
गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असम पहुंचने से महज कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनसे असम में कथित रूप से सक्रिय गौ गिरोह (काऊ सिंडिकेट) पर रुख स्पष्ट करने की मांग की। असम में विधानसभा चुनाव से पहले अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) द्वारा राज्य इकाई के पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि कई अन्य गिरोहों को भी राज्य सरकार की ओर से संरक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ प्रधानमंत्री जी, असम बेसब्री से सोनोवाल सरकार द्वारा गौ गिरोह चलाने पर मेनका गांधी की टिप्पणी पर आपकी प्रतिक्रिया का इंजतार कर रहा है।’’ बघेल ने कहा, खैर, कई और सिंडिकेट हैं जिन्हें असम की भाजपा सरकार से संरक्षण मिल रहा है।
PM Sir,
Assam is keenly waiting for you to respond to @Manekagandhibjp ji’s remark regarding the Cow Syndicate being run by @sarbanandsonwal govt.
BTW, there are many other syndicates protected by @BJP4Assam govt. against your slogan of ‘Na Khaunga Na Khane Dunga’. @INCAssam https://t.co/6tmUS2TZVK
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 22, 2021
यह आपके नारे ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ के विपरीत है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने 17 फरवरी को कहा था कि असम में मवेशियों की तस्करी में शामिल गिरोहों के अलावा कोयला, पत्थर, बांस, पान के पत्ते, सुपारी और यहां तक मछली की आपूर्ति में भी मजबूत सिंडिकेट सक्रिय है।
बघेल ने कहा कि खबर है कि भाजपा सांसद मेनका गांधी ने गायों के प्रति राज्य सरकार के व्यवहार को लेकर सोनोवाल सरकार को पत्र लिखा है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में स्थापित तेल एवं गैस क्षेत्र से जुड़ी कुछ परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने सोमवार को यहां आ रहे हैं। असम में 126 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव मार्च-अप्रैल में होने की उम्मीद है।